Friday, May 19, 2017

धेनु मे सब देव निबसथि

आइ गोमाता के भेटलनि
प्रतिष्ठा सौराष्ट्र मे।
शीघ्रतहिं पौती प्रतिष्ठा
आब ओ भरि राष्ट्र मे।।

गुरु वशिष्ठक कामधेनुक
नाम जग मे सब जनै छथि ।
मात्र धेनुक बलें कौशिक-
सैन्य संग स्वागत करै छथि।।

नंदिनी धेनुक प्रतापें
दिलिप रघु सन पुत्र पायल ।
जाहि रघुकुल राम जनमल 
प्रतापी रघुवर कहायल।।      

कृष्ण धेनुक प्रबल पोषक
रूप चरबाहक ओ धायल।
बाललीला गाय संग भेल
नाम निज गोपाल पायल।।

दुग्ध धेनुक अमिय सम थिक
माय ओ सब मनुज के छथि।
गाय सबहक पूजनीया
धेनु मे सब देव निबसथि।  

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