Thursday, May 18, 2017

राम जँ नै जन्म लैतथि

राम जँ नै जन्म लैतथि
नाम मर्यादा ने सुनितहुँ ।
जानकी नै रमा होइतथि
पतिव्रता शब्दो ने सुनितहुँ ।।
भ्रातृ लक्ष्मण, भरत सनके
धरणि पर कहियो ने अबितय ।
जँ ने कपिवर दास बनितथि
जानकी के लाबि सकितय ?
जँ ने राघव बो'न जैतथि
हरण सीता के ने होइतय ।
दुष्ट राक्षस संग रावण केर-
बध किन्नहु ने होइतय ।।
यज्ञ, तप सबटा बिलैतै
सत्वगुण के नाश होइतय ।
सकल धरनी पर तमोगुण-
व्याप्त, असुरक राज होइतय ।

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