Tuesday, August 30, 2016

चप्पल


डॉ0 किसुन हमर परम मित्र छल
बहुत दगाबाज़ निकलल
बिचे यात्रा मे संग छोड़ि
पड़ा गेल
बड्ड नीक डॉ0 छल
गामक लोक के मुफ़्त मे इलाज करैक
बहुत जस छलैक
औरंगावाद मे पी एच सी मे कार्यरत छल
स्कूटर के ट्रक धक्का द' देलकै
प्रस्थान क' गेल
नीक लोक के भगवान् शीघ्र बजा लैत छथि
प्रार्थना जे आत्मा के शांति प्रदान करथु ।
हम दूनू
सी एम कॉलेज मे एके संग छलहुँ
ओ बायलॉजी,
हम मैथ
ओ भागलपुर मेडिकल कॉलेज
हम सिंदरी इन्जीनियरिंग कॉलेज
ओ डाकदर बनला,
हम इंजीनियर ।
पढ़िते समय मे-
हुनकर विवाह तय भेलन्हि
किछु दिनक बाद-
द्विरागमन सेहो
ओहि समय मे कॉलेज मे-
छुट्टी छल-
गामे पर छलहुँ,
भरफोरिक भोजक -
निमंत्रण भेटल
निमंत्रण मे रात्रि मे गेलहुँ
चप्पल बाहरे मे खोलि
घर मे भोजन केलहुँ
बहुत आनंद आयल
हाथ-मुँह धो क'-
पान-सुपारी ल' विदा भलहुँ
चप्पल गायब
कतबो तकलहुँ, नहि भेटल
भोजक आनंद काफूर
दुखी मोने घर एलहुँ
सब लग चर्चा भेलैक
एक-आध दिन मे-
सोचल-भेटि जायत
मुदा नहि भेटल,
हमर छुट्टी बीत गेल
नव चप्पल हरेबाक-
गम लेने, दुखी मोने
कॉलेज चलि एलहुँ ।
महिंदर(अनुज) गामे पर छल
ओ सबहक चप्पल पर-
ध्यान गरौने छल ।
चप्पल चोर देखलक-
कमलजी चलि गेला
निश्चिन्त भ' गेल
पाठशाला के फिल्ड पर-
खिलाड़ी सब पोल लग-
चप्पल राखि
गेंद खेलाइत अछि
महिंदर ओइठाम
सब चप्पल पर
ध्यान गड़ौलक
हमर चप्पल देखलक
एक कात मे बैसिक'
ओम्हरे ताकि रहल छल
चप्पल चोर के आभास भ' गेलैक
चप्पल छोड़ि चलि गेल
महिंदर चप्पल ल'क' आबि गेल ।
बाद मे
जहिया गाम एलहुँ
चप्पल भेटि जेबाक खुशी-
वर्णनातीत छल
विद्यार्थीक पाइ-
बहुत कीमती होइछ ।

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