घाव ककरो करब अछि आसान बहुते,
लगायब मलहम बहुत होबैछ मोसकिल ।
कष्ट पहुँचायब तँ जानय लोक सबटा,
आर्त के दुःख दूर कर्ता भेटब मोसकिल ।।
कोनोटा सम्बन्ध नै बड़ पैघ जगमे,
निभायब सम्बन्ध होबय बहुत मोसकिल ।
कर' मे आसान अछि अपकार ककरो,
कर' मे उपकार जगमे बहुत मोसकिल ।।
याचकक तँ छोड़ लागल देखब सगरो,
दानकर्ता के भेटब अछि बहुत मोसकिल ।
जान लेबक लेल भेटत लोक सबतरि,
जान देब'बला भेटब बहुत मोसकिल ।।
जतय जायब लालचीके यूथ पायब,
निलोभी त्यागी के भेटब बहुत मोसकिल ।
टोप-टहंकारी आ ढोंगी भेटत सबतरि,
सत्यवादी भक्त ज्ञानी भेटब मोसकिल ।।
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