Tuesday, July 11, 2023

लक्ष्य

जरूरी नै लकीरेके फकीरे बनले रही, जरूरी नै हम पुरनके लीक ध' चलिते रही । जरूरी नै परिस्थितिके अहर्निश कोसिते रही, जरूरी अछि कोनहुना हम लक्ष्य दिस चलिते रही ।। लैछ बहुतो लोक निर्णय परिस्थितिए देखिक', सफलतम किछु सुविग सदिखन चलथि लक्ष्ये पेखिक' । दिशा पवनक बदलबाके छैक नै सामर्थ्य ककरो, हर्ज की तरणीक मुख जँ करी लक्ष्ये देखिक'!!! *******??*********?*?**

No comments:

Post a Comment