Thursday, March 11, 2021

लाज मम अहिना बचबिह'

 जाहिमे हम हाथ दै छी

निश्चिते से काज बिगड़य ।

बिना तोहर नाम लेने

काज हम्मर किछु ने सुधरय ।।

भोथ हम हल्लुक समस्यो-

केर हल किछुओ ने सूझय ।

किछुने प्रतिभावान छी हम

बोझ लखि मम माथ घूमय ।।

हे महेश्वर हमर इज्जत

एखन तक तोंही बचेलह ।

लाज मम अहिना बचबिह'

एखन तक जहिना बचेलह ।।

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