Saturday, December 2, 2023

जँ ने अप्पन छाप छोड़लौं

जन्म लए लाखो-करोड़ो निरर्थक चलि जाइछ जगसँ । जँ ने अप्पन छाप छोडलौं जीबिएक' कथी कएलौं!! जनमि जगमे लोकसब जीबैछ अपने लेल अइठाँ । जँ ने अनकर नोर पोछलौं जीबिएक' कथी कएलौं !! हँसय-बाजय खूब मस्ती करै अछि सब लोक जगमे । दीन-हीनक मुख ने मुस्की- लाबि सकलौं, तँ की जीलौं!! काम भय आहार निद्रा पशु-मनुज दुहुँमे एके रंग । धर्म टा सुविशेष मनुखक पशुवते जीक' की जीलौं!! कथी लेल भेल जन्म बिसरल व्यसनमे डूबल रहै छी । आत्मज्ञानक लाभ नै तँ जन्म लइएक' की केलौं!!! ****************************

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