Wednesday, April 21, 2010

dhoorta (chaalaak)

जे जते धूर्त से तते सफल सांसारिकता में. मुदा एक बात निश्चय बूझू जे ओ व्यक्ति ओतबे पाछू आध्यात्मिकता में रहत. बेशी बाजयबला के तात्कालिक लाभ भ' जाइत छैक मुदा कालांतर में अत्यधिक घाटा मे  ओ रहैत अछि. कम बाज'बाला के छनिक लाभ नहि, बल्कि स्थायी आ बेसी लाभ भेटैत छैक. बेसी बाज'बाला बेसी झूठ बजैत अछि. ओकरा सोच' के मौक़ा नहि भेटैत छैक. तयं   ओकरा ख़ूब झगडा होइत छैक. मनसा चिन्तितं कर्म बचसा न' प्रकाशयेत्।
धूर्त झूठ खूब बाजत। मुदा भंडा फुट' मे बेशी देरी नहि लगैछ। पोल खुजला पर लाज स' मूरी झुकाब' पड़ैछ। लाभ स' बेशी हानि भ' जाइछ। लोक'क विश्वास उठि जाइछ। 

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