कष्टमे शिक्षा बहुत सिखबामे आबय,
कष्टमे रहनहि कियो चिन्हबामे आबय ।
कष्ट दुनियाँसँ लड़क हूनर सिखाबय,
भक्ति बढ़बय ईश सदिखन याद आबय ।।
छहरियालप्पा बनै अछि खुशीमे सब,
सीख सबटा बिसरि जाइ अछि खुशीमे सब ।
खुशीमे तँ मोन उरसँ दूर भागय,
ईशके बिसरैछ साफे खुशीमे सब ।।
आब बाजू कथी चाही, हे सुधीजन!
साधुगण चाहैछ दुःखक संग सदिखन ।
पुछै छथि दीदीसँ हरि "माँगू कथू",
-"दुख दिय', जपिते रही हरि नाम सदिखन " ।।
***************************************
No comments:
Post a Comment