Tuesday, February 6, 2024

जिनगी!!!😢😊👍👌

अल्प अवधिक लेल भेटल अछि सभक ई जिन्दगी, हँसि-खेलाक' प्रेमसँ क्यैने बिताबी जिन्दगी । मूर्ख तकरासँ ने क्यो जे कलह-व्यसनेमे रमल, बुझि सकल उद्देश्य नहि भेटल किअए ई जिंदगी ।। खने हँसबय खने कनबय गजब अछि ई जिंदगी, नीक-अधलाहक कराबय ज्ञान सबटा जिन्दगी । गिला-शिकबा कथीलेल सबमे तँ ईशे रमि रहल, हँसि-खेला मिलिक' गला क्यैने बिताबी जिन्दगी ।। कियो बूझय लघुतमे, ककरो लगय ई दीर्घतम, रुग्न आ दुखियाक लेल कटने कटय ने जिन्दगी । मुदित सुखिया निरुज आध्यात्मिक जनिक अछि जिन्दगी, शताधिक भेनहुँ लगै अछि लघुतरे ई जिंदगी ।। यैह थिक दायित्व सबहक खुशीटा क्षण याद राखथि, मुदा अत्यल्पे रखै छथि याद नित ऐ बात के । देखयमे आबैछ दुक्खेकेर चिन्तन करथि बेसी । खुशीमे बीतल अवधि, नहि स्मरथि भरि जिंदगी ।। करी मानवताक सेवा जगतके सुन्दर बनाबी, जीव-जंतुक संग गिरि वन सरित सर सँ प्रेम राखी ।। नशासेवन दुर्व्यसन तजि आत्मचिंतन करब जँ सब, तखन नित आनन्द बरसत सफल होयत जिन्दगी!!!! *****************************

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