Tuesday, June 6, 2023

आचार

आचारक शिक्षण बिना, कदाचार जनमैछ । बौद्धिकता यद्यपि बढ़य, अहंकार बढ़बैछ ।। अहंकार बढ़बैछ, सत्य स्नेहक हो शिक्षण । त्याग तपस्या सदाचार के होय प्रशिक्षण ।। आदर श्रेष्ठक स्नेह छोटसँ, नीक बेजाय विचार । नैतिकता के पाठ पढ़ाबी, संस्कृत हो आचार ।। **********************

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