Wednesday, July 10, 2024

नारि

"सहस्रों पुष्प मिलिजुलिक' सुधर माला बनाबै छथि,
सहस्रों दीप मिलिक' आरतिक थारी सजाबै छथि ।
अनंतों बूँद मिलिजुलिक' करथि निर्माण सरिता के,
मुदा एसगरि सुशीला स्वर्ग सम घर के बनाबै छथि ।।
भले सम्पन्नता सुख-शान्तिमय परिवार किनको छन्हि,
भले साक्षर नीरुज बलबान सब लक्षण विकासक छन्हि ।
मुदा जँ नारिके सम्मान नै ओइ गेहमे होइ छन्हि,
तँ नर्के सदृश बूझू गेह से पहरा विनाशक छन्हि ।।"

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