Sunday, September 24, 2023
बेटी दिवस
बेटी दिवस पर बेटी विहीन एकटा मायक आंतरिक कामना :-
हे ईश्वर!
हमरा ऐ जीनगीमे बेटी नै देलहुँ आहाँ ।
मुदा,
दोसर जन्ममे
हमरा एकटा बेटी जरूर देब ।
हाँ,
एकटा शर्त जरूर अछि-
हमरा एहन बेटी देब जे
बियाहसँ पहिले हम्मर रहय मुदा
बियाहक बाद ओ
सासु-ससुरके सेवामे लागल रहय,
हमरासँ बेसी
सासु-ससुरके सम्मान दिअय ।
जँ से नै द' सकी तँ
नहिएँ देब सएह ठीक ।
Saturday, September 23, 2023
ज्ञान
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-"बौआ!
समय-साल ठीक नै छैक,
बरखामे बेसी काल
बाहरमे ठाढ़ रहब उचित नहि,
अन्दर आबि जाउ,
अहाँ सर्दियाह छी,
सर्दी-खोंखी-बोखारसँ
आइ-काल्हि
बाँचिक' रहक चाही ।"
-" पापाजी!
अहाँ व्यर्थमे
चिन्ता करैत रहैत छी;
हम आब कोनो बच्चा छी जे
अहाँ सदिखन टोकैत
रहैत छी?
नीक-अधलाहक आब
हमरा बढियाँ ज्ञान अछि,
अहाँक हरदम टोकब
हमरा नीक नहि लगैत अछि ।"
-"बौआ!
बापक आगू सन्तान
सबदिन बच्चे रहैत छैक ।"
-"ठीक छैक,
बुझि गेलिऐक;
आब जाउ
अप्पन काज देखू,
हम्मर चिन्ता बेसी नै करू ।"
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जखन बेटा नहि मानैत छन्हि तँ
बुड़हा पाँच बरखक पोता
चिन्टू के कोरामे ल' क'
बाहरमे आबिक'
ठाढ़ भ' जाइत छथि ।
बेटा दौड़िक' आबैत अछि आ
चिन्टूके दादाजीक कोरसँ
झपटिक' अन्दर ल' जाइत अछि-
"बाबूजी!
अहाँके किछुओ ज्ञान नहि अछि,
चिन्टू सर्दियाह छैक,
भिजलासँ ओकरा
सर्दी-खाँसी-बोखार भ' सकैत छैक!"
-"बौआ!
तों ठीके कहैत छह;
हमरा किछुओ
ज्ञान नहि अछि!!!!"
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Tuesday, September 5, 2023
अनका खुशीमे अप्पन खुशी
शास्त्रकेर उपदेश एतबे
परोपकारे पुण्य बाढ़य ।
जे कियो परपीड़दायक,
पाप तकरा ध' पछाड़य ।।
कर्मफल सिद्धांत अविचल
जेहन करनी तेहन भरनी ।
नीक के फल नीक आ
अधलाह अधलाहेक जननी ।।
मुदा जे अनका खुशीमे
खुशी अपनो खूब पाबथि ।
चरण चूमथि खुशी तिनकर,
दुःख कोसो दूर भागथि ।।
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Sunday, September 3, 2023
चरित्र
छुइत जँ नै ज्ञानसँ तँ,
मनुज वा पशुमे की अन्तर!
शील गुणसँ रहित जँ तँ,
उभयमे बाजू की अन्तर!!
दीर्घतम रहितहुँ मुदा जँ,
पत्र-पुष्प विहीन तरुवर!
लैछ की आश्रय तकर पशु-
मनुज वा कोनो गगनचर!!
वृक्षके शोभा अतुल जँ,
फूल-फल-आ पात घनगर !
चरित-सद्गुण पत्र-पुष्पें-
मनुज-तरु हो महासुन्दर!!
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Saturday, September 2, 2023
चन्द्रमा पर भारत
चन्द्रयान-3क विक्रम लैण्डर अगस्त'23,2023 क' 6बाजिक'04 मिनट अपराह्नमे चन्द्रमा पर लैंडिंग केलक । ओकर किछु घंटाक बाद लैण्डरमे स' प्रज्ञान रोवर बाहर निकलि चन्द्रमाक सतहपर घूम' लागल रिसर्च कर' लागल । आइ प्रधानमंत्री मोदी विदेश यात्रासँ जखने भारत पहुँचलाह तँ सोझे इसरो(बंगलुरू) गेलाह । भारत जखन चन्द्रमाक दक्षिणी ध्रुवपर तिरंगा फहरा रहल छल तखन मोदीजी दक्षिण अफ्रीकामे ब्रिक्स सम्मेलनमे छलाह, मुदा सम्मेलनसँ छुट्टी ल' क' इसरोक कामयाबीक लाइव प्रसारणमे ओहो लाइव सम्मिलित भेलाह आ सब वैज्ञानिक आ सब भारतवासीक संग समस्त विश्वके इसरोक ऐ कामयाबीक लेल बधाइ देलाह ।
आइ जखन ओ भारत अबैतदेरी इसरो पहुँचलाह तँ ओइठामक वैज्ञानिक अभिभूत भ' गेलाह । प्रधानमंत्रीकेँ हृदयसँ स्वागत केलाह आ विक्रम लैण्डरक मॉडलक संग चन्द्रमाक प्रज्ञान रोवर द्वारा पठाओल बहुतरास छायाचित्र सेहो उपहारमे देलाह ।
ओइ खुशीक सुअवसरपर मोदीजी द्वारा देल गेल प्रबोधन अप्रतिम छल । बजैतकाल ओ ततेक भावुक भ' गेलाह जे गला अवरुद्ध भ' गेलनि आ नेत्रसँ आनंदाश्रु निकल' लगलनि । ओइ समय टी.वी. देखैतकाल हमरो नेत्रसँ आनंदाश्रु निकल' लागल, आ हमरा जनतबे जे कियो ओइ समयक लाइव प्रसारण देखि रहल हेताह हुनको हाल हमरे जेकाँ भेल हेतन्हि । मोदीजी चन्द्रमापर चंद्रयान 3क विक्रम लैंडरक उतरबाक दिन 23 अगस्तके "नेशनल स्पेस डे" आ जत' लैण्डर उतरल तै स्थानके "शिव-शक्ति प्वाइंट" नाम रखलाह; संगहि चन्द्रयान 2क लैण्डर जत' चन्द्रमाके छूने छलैक तै स्थानक नाम "तिरंगा प्वाइंट" रखलाह । नाम राखक पाछाँ बहुत विशेष बातसब कहलाह । "शिव" नाममे मानवताक कल्याणक संकल्प सन्निहित अछि । "शक्ति" शब्द शिवक ऊर्जाक द्योतक अछि जिनका विना शिव मात्र शव रहैत छथि, संसार रचनाक अधिष्ठात्री तँ शक्तिए छथि । अभियानमे शक्तिक प्रतिनिधि नारीशक्तिक अप्रतिम योगदानक कारण नाममे शक्ति राखब समीचीन बुझाइछ । "शिवशक्ति" शब्द हिमालय सँ कन्याकुमारी तकक एकताक प्रतीक थिक ।
भारत विश्वगुरुपदपर आसीन होम' दिस एक डेग आर आगाँ बढ़ि गेल अछि आ ओ दिन आब बेसी दूर नै बुझाइछ जखन ई ओइ आसनपर आसीन भ' अपन प्राचीन गुरुपदके पुनः प्राप्त क' सम्पूर्ण विश्वके मार्गदर्शन करत । किएक ने हो, जखन मार्गदर्शक मोदी सदृश ऊर्जावान, त्यागी, तपस्वी, संन्यासी हो! "मोदी छथि तँ सबकिछु मुमकिन अछि"!
कियो कहलाह जे ई कारनामा भारतक बी. टीम केलक अछि । हम हुनकर मुँह ताक' लगलहुँ; अपनो लोकनि ई पाँती पढ़ि किञ्चित व्यग्र भ' सकैत छी आ मुखपर प्रश्नवाचक चिन्ह आबि सकैछ । मुदा ऐ बातपर जखन गंभीर चिन्तन कएल जेतैक तँ बाज'बलाक भाव स्पष्ट भ' जायत आ हुनका बातमे सत्यताक आभास होम' लागत ।
ऐ बातमे किनको सन्देह नै होयत जे हमर सर्वोत्तम प्रतिभा बहुत पूर्वहिंसँ विदेश भागि रहल अछि । भारतक सर्वश्रेष्ठ प्रतिष्ठित संस्थान आइ.आइ.टी.सँ निकलल अधिकांश छात्र विदेश पलायन क' जाइत छथि । जे कियो रहियो जाइत छथि तँ हुनक प्रथम च्वाइस इसरो वा अन्य वैज्ञानिक अनुसंधान नै होइत छन्हि । ओ सब आइ.ए.एस., आइ.पी.एस... आदि के प्राथमिकता दैत छथि जाहिठाम पावर संग अर्थक प्राधान्य हो । तएँ जे कियो बी.टीम कहलाह तँ अनुचित नै बुझाइछ । जखन बी.टीम. ई कमाल क' सकैछ तँ ए टीम की नै क' सकैछ!!
मुदा बी.टीम. कहिक' ऐ चन्द्र विजयी टीमक उपलब्धिकेँ नै घटा सकैत छी । जँ अनुकूल वातावरण भेटय, पूर्ण उत्साह हो, मेधा आ ऊर्जा भरल हो आ सर्वोत्तम नेतृत्व भेटय तँ कोनो टीम सफलताक परचम लहरा सकैछ, बी.टीम ए.टीमके सेहो हरा सकैछ; गेंद खेलाइतकाल हमरा कओलेजक अतिउत्साहित ऊर्जावान बी.टीम कतेको बेर ए.टीम के हरा देने छल । "पंगु चढ़इ गिरिवर गहन"!
हमरा सबके ऐ विषयपर गंभीर चिन्तन करक चाही । पूर्ण उत्साहित, सर्वोत्तम मेधायुक्त ऊर्जावान ए.टीमक निर्माण हो तै लेल अनुकूल वातावरण बनयबाक प्रयास होमक चाही । जे जै विषयक विशेषज्ञ होथि हुनका ओही विषयमे लगेबाक चाही, ई नै जे आइ.आइ.टी टॉपर पावर आ अर्थक लोभमे आइ.ए.एस. बनबाकलेल लालायित होथि । सर्वोत्तम ए टीम लेल सर्वोत्तम मेधाके एतहि ततेक पावर, ततेक सम्मान आ ततेक आर्थिक लाभ दियनि जे ओ आन कोनो दोसर सेवालेल वा विदेश पलायनलेल लालायित नै रहथि!!!!!
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