Friday, August 29, 2014

जिनके हिरदय श्री राम बसय

'जिनके हिरदय श्री राम बसय, तिन और का नाम लिया न लिया।'
यह वाक्य सांकेतिक है। भावार्थ है कि राम परब्रह्म हैं। सभी देवी-देवता उनके चाकर हैं। ऐसे में जिनके हृदय में श्री राम का निवास है, उन्हें अन्य छोटे-मोटे देवों की उपासना की क्या आवश्यकता है? जब राजा ही मिल गए तो अदना सिपह-सालार   के आगे-पीछे भटकने की क्या आवश्यकता ? कल्पवृक्ष मिल गए तो साधारण अंडी के वृक्ष का क्यों सेवन करें ?समुद्र मिल गया तो फिर कुआँ-बाबरी क्यों खोदें ? कामधेनु पास में हो  तो फिर साधारण गाय को क्यों खोजें ? अ,आ, सीखना प्रारम्भिक अवस्था है। जब लड़का एम. ए. कर ले तो फिर प्रारंभिक ज्ञान प्राप्त करने की क्या आवश्यकता है ? सीढ़ियों से छत पर चढ़ना मुख्य उद्देश्य है। जब छत पर चढ़ गए तब सीढ़ी पर फिर क्यों पैर धरें ? लक्ष्य दिल्ली पहुँचना था। जब लक्ष्य तक पहुँच गए तो फिर जहाँ से यात्रा प्रारम्भ की वहां फिर क्यों जाएँ ?

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