Saturday, March 7, 2015

प्रेम

एकटा अविकशित बच्चा के देखि रहल छी। ओ अपने स' किछु ने क' सकैत अछि। चौबीसो घंटा माय'क परिचर्या मे रहैत अछि। पूरा गाम के ओकर जिनगी बोझ बुझना जाइत छैक, मुदा मायक सबस' दुलारू बच्चा ओ अछि। मायक कोंचा मे घुमैत-फिरैत ओ बीस बरखक भ' गेल। मुदा एखनो पांच बरखक बच्चे बला सबटा क्रिया-कलाप। खेलाइतो-धुपाइतो अछि ओही तुरक बच्चे सब संगे।
                                      ओकरा मायक संगे जखन गप्प हैत त' कखनो ने कखनो ओ जरूर जना देत जे ओकर बच्चा दुनियाक सबस' बुधियार बच्चा अछि।
सुंदरता प्रेम मे छैक। जकरा स' प्रेम अछि ओकर सब क्रिया-कलाप नीके लगैछ। जकरा स' घृणा अछि ओकर नीको कृत्य अधलाह बुझाइछ। कोनो महिला के पुछियौ जे तोहर सासुर नीक कि नैहर। शत-प्रतिशत जवाब आयत- नैहर। जे कोनो कारण होउक नैहरक सब बस्तु नीके लगैछ।   

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