Saturday, September 5, 2015

कृष्णाष्टमी

आज कृष्ण का जन्म दिन है। उन्हें योगीश्वर कहा जाता है। उनके प्रत्येक क्रियाकलाप के शूक्ष्म भाव हैं।  केवल स्थूल भाव देखने पर व्यक्ति भ्रमजाल में फंस जाता है। उन्हें संदेह होने लगता है कि ऐसा करना कैसे संभव है। कहीं पर वे रास रचाते रहते हैं तो कही गीता का प्रवचन देते दिखाई पड़ते है। कभी दुर्दांत कंस आदि अनेको आततायियों का बध करते दिखाई पड़ते हैं। 

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