छात्र
खोजथि ज्ञान सदिखन, उचक्का “ फंटुसइ “ खोजथि I मूर्ख के ठक, दुष्टगण- अपकार आ ‘ दुष्टइ ‘ खोजथि II
सतत निर्जन खोजथि योगी, दातृगण याचक के खोजथि I
पुलिस अपराधी खोजै छथि,
भीतगण रक्षक के खोजथि II
बुभुक्षित के जान भोजन,
तृषित जल विनु परम व्याकुल I
प्रिया प्रिय के बाट ताकथि,
माय शिशु विनु परम आकुल II
धनिक ग्राहकगण के गनिका,
दाम के लोभी खोजै छथि I वैद के खोजैछ रोगी, तत्त्व के ज्ञानी
खोजै छथि II