Tuesday, September 5, 2023

अनका खुशीमे अप्पन खुशी

शास्त्रकेर उपदेश एतबे परोपकारे पुण्य बाढ़य । जे कियो परपीड़दायक, पाप तकरा ध' पछाड़य ।। कर्मफल सिद्धांत अविचल जेहन करनी तेहन भरनी । नीक के फल नीक आ अधलाह अधलाहेक जननी ।। मुदा जे अनका खुशीमे खुशी अपनो खूब पाबथि । चरण चूमथि खुशी तिनकर, दुःख कोसो दूर भागथि ।। ***********************

Sunday, September 3, 2023

चरित्र

छुइत जँ नै ज्ञानसँ तँ, मनुज वा पशुमे की अन्तर! शील गुणसँ रहित जँ तँ, उभयमे बाजू की अन्तर!! दीर्घतम रहितहुँ मुदा जँ, पत्र-पुष्प विहीन तरुवर! लैछ की आश्रय तकर पशु- मनुज वा कोनो गगनचर!! वृक्षके शोभा अतुल जँ, फूल-फल-आ पात घनगर ! चरित-सद्गुण पत्र-पुष्पें- मनुज-तरु हो महासुन्दर!! ****************************

Saturday, September 2, 2023

चन्द्रमा पर भारत

चन्द्रयान-3क विक्रम लैण्डर अगस्त'23,2023 क' 6बाजिक'04 मिनट अपराह्नमे चन्द्रमा पर लैंडिंग केलक । ओकर किछु घंटाक बाद लैण्डरमे स' प्रज्ञान रोवर बाहर निकलि चन्द्रमाक सतहपर घूम' लागल रिसर्च कर' लागल । आइ प्रधानमंत्री मोदी विदेश यात्रासँ जखने भारत पहुँचलाह तँ सोझे इसरो(बंगलुरू) गेलाह । भारत जखन चन्द्रमाक दक्षिणी ध्रुवपर तिरंगा फहरा रहल छल तखन मोदीजी दक्षिण अफ्रीकामे ब्रिक्स सम्मेलनमे छलाह, मुदा सम्मेलनसँ छुट्टी ल' क' इसरोक कामयाबीक लाइव प्रसारणमे ओहो लाइव सम्मिलित भेलाह आ सब वैज्ञानिक आ सब भारतवासीक संग समस्त विश्वके इसरोक ऐ कामयाबीक लेल बधाइ देलाह । आइ जखन ओ भारत अबैतदेरी इसरो पहुँचलाह तँ ओइठामक वैज्ञानिक अभिभूत भ' गेलाह । प्रधानमंत्रीकेँ हृदयसँ स्वागत केलाह आ विक्रम लैण्डरक मॉडलक संग चन्द्रमाक प्रज्ञान रोवर द्वारा पठाओल बहुतरास छायाचित्र सेहो उपहारमे देलाह । ओइ खुशीक सुअवसरपर मोदीजी द्वारा देल गेल प्रबोधन अप्रतिम छल । बजैतकाल ओ ततेक भावुक भ' गेलाह जे गला अवरुद्ध भ' गेलनि आ नेत्रसँ आनंदाश्रु निकल' लगलनि । ओइ समय टी.वी. देखैतकाल हमरो नेत्रसँ आनंदाश्रु निकल' लागल, आ हमरा जनतबे जे कियो ओइ समयक लाइव प्रसारण देखि रहल हेताह हुनको हाल हमरे जेकाँ भेल हेतन्हि । मोदीजी चन्द्रमापर चंद्रयान 3क विक्रम लैंडरक उतरबाक दिन 23 अगस्तके "नेशनल स्पेस डे" आ जत' लैण्डर उतरल तै स्थानके "शिव-शक्ति प्वाइंट" नाम रखलाह; संगहि चन्द्रयान 2क लैण्डर जत' चन्द्रमाके छूने छलैक तै स्थानक नाम "तिरंगा प्वाइंट" रखलाह । नाम राखक पाछाँ बहुत विशेष बातसब कहलाह । "शिव" नाममे मानवताक कल्याणक संकल्प सन्निहित अछि । "शक्ति" शब्द शिवक ऊर्जाक द्योतक अछि जिनका विना शिव मात्र शव रहैत छथि, संसार रचनाक अधिष्ठात्री तँ शक्तिए छथि । अभियानमे शक्तिक प्रतिनिधि नारीशक्तिक अप्रतिम योगदानक कारण नाममे शक्ति राखब समीचीन बुझाइछ । "शिवशक्ति" शब्द हिमालय सँ कन्याकुमारी तकक एकताक प्रतीक थिक । भारत विश्वगुरुपदपर आसीन होम' दिस एक डेग आर आगाँ बढ़ि गेल अछि आ ओ दिन आब बेसी दूर नै बुझाइछ जखन ई ओइ आसनपर आसीन भ' अपन प्राचीन गुरुपदके पुनः प्राप्त क' सम्पूर्ण विश्वके मार्गदर्शन करत । किएक ने हो, जखन मार्गदर्शक मोदी सदृश ऊर्जावान, त्यागी, तपस्वी, संन्यासी हो! "मोदी छथि तँ सबकिछु मुमकिन अछि"! कियो कहलाह जे ई कारनामा भारतक बी. टीम केलक अछि । हम हुनकर मुँह ताक' लगलहुँ; अपनो लोकनि ई पाँती पढ़ि किञ्चित व्यग्र भ' सकैत छी आ मुखपर प्रश्नवाचक चिन्ह आबि सकैछ । मुदा ऐ बातपर जखन गंभीर चिन्तन कएल जेतैक तँ बाज'बलाक भाव स्पष्ट भ' जायत आ हुनका बातमे सत्यताक आभास होम' लागत । ऐ बातमे किनको सन्देह नै होयत जे हमर सर्वोत्तम प्रतिभा बहुत पूर्वहिंसँ विदेश भागि रहल अछि । भारतक सर्वश्रेष्ठ प्रतिष्ठित संस्थान आइ.आइ.टी.सँ निकलल अधिकांश छात्र विदेश पलायन क' जाइत छथि । जे कियो रहियो जाइत छथि तँ हुनक प्रथम च्वाइस इसरो वा अन्य वैज्ञानिक अनुसंधान नै होइत छन्हि । ओ सब आइ.ए.एस., आइ.पी.एस... आदि के प्राथमिकता दैत छथि जाहिठाम पावर संग अर्थक प्राधान्य हो । तएँ जे कियो बी.टीम कहलाह तँ अनुचित नै बुझाइछ । जखन बी.टीम. ई कमाल क' सकैछ तँ ए टीम की नै क' सकैछ!! मुदा बी.टीम. कहिक' ऐ चन्द्र विजयी टीमक उपलब्धिकेँ नै घटा सकैत छी । जँ अनुकूल वातावरण भेटय, पूर्ण उत्साह हो, मेधा आ ऊर्जा भरल हो आ सर्वोत्तम नेतृत्व भेटय तँ कोनो टीम सफलताक परचम लहरा सकैछ, बी.टीम ए.टीमके सेहो हरा सकैछ; गेंद खेलाइतकाल हमरा कओलेजक अतिउत्साहित ऊर्जावान बी.टीम कतेको बेर ए.टीम के हरा देने छल । "पंगु चढ़इ गिरिवर गहन"! हमरा सबके ऐ विषयपर गंभीर चिन्तन करक चाही । पूर्ण उत्साहित, सर्वोत्तम मेधायुक्त ऊर्जावान ए.टीमक निर्माण हो तै लेल अनुकूल वातावरण बनयबाक प्रयास होमक चाही । जे जै विषयक विशेषज्ञ होथि हुनका ओही विषयमे लगेबाक चाही, ई नै जे आइ.आइ.टी टॉपर पावर आ अर्थक लोभमे आइ.ए.एस. बनबाकलेल लालायित होथि । सर्वोत्तम ए टीम लेल सर्वोत्तम मेधाके एतहि ततेक पावर, ततेक सम्मान आ ततेक आर्थिक लाभ दियनि जे ओ आन कोनो दोसर सेवालेल वा विदेश पलायनलेल लालायित नै रहथि!!!!! *************************************

Tuesday, August 29, 2023

सकारात्मक सोच राखी

सकारात्मक सोच सँ, ओझरायल काजो सुधरि जायत । नकारात्मक सोच सँ, सुढियायल काजो बिगड़ि जायत ।। सब समस्या केर निश्चय समाधानो रहय संगहिं । मुदा जँ संकल्प दृढ़तम समाधानो भेटत तखनहिं ।। कर्म पर आस्था, स्वयं पर - आस सभतरि काज आयत । विघ्न केहनो रहत तैयो कोनो रस्ता भेटि जायत ।। तएँ धरी दूरे नकारा, सकारा पालल करी । इष्ट पर बिसबास राखी, धर्म केर पालन करी ।। **************************

Monday, August 28, 2023

काज तेहने करी जे मुइलो पर लोक याद करय

होइछ विदा जखने क्यो जग सँ, फेकल जाइछ हुनक सब पहिरन । गेरुआ चद्दरि सीरक कम्मल गमछा डोपटा पनही अचकन ।। क्यो नहि फेकय ढ़उआ-कौड़ी, सोना-चानी लेल लड़य सब । महल-अटारी गाड़ी-घोड़ा, हीरा-मोती लेल लड़य सब ।। बूझि लिय' अछि महतु कथी केर, हार-गरदनिक क्यो नहि त्यागत । भरल तिजौरी के सब नगदी, झटपट लूटि लोक सब भागत ।। लूटत सबटा बस्तु-जात सब, किछुओ नहि रहि पायत बाँचल । दान-पुण्य सँ अरजल जे अछि, सैह मात्र रहि जायत बाँचल ।। माथक केस जरै अछि तृण सम, काठक सम हड्डी जरि जायत । सुन्दर गात जरत तूरक सम, वस्तु कथू संगमे नहि जायत ।। शास्त्रक ज्ञान- "कियो नहि ककरो", व्यवहारो मे देखा देलक अछि । छोड़ाक' खोंइचा नग्न सत्य के, आबि करोना सिखा देलक अछि ।। ख्याति बचय ककरो नहि धन सँ, कीर्तिक कारण नाम रहय । काज करी तैं तेहने सब क्यो, मरलो पर सब याद करय ।। मरलो पर सब याद करय !!!! ********************************

Thursday, August 24, 2023

अपनेसँ हारय सब

सगर दुनियाँ छानि किओ, सुन्नर खोंता बनौलक । सबके पछाड़िक' किओ, दिग्गज बड़का कहौलक ।। दिग्गज बड़का कहौलक, जोश मुदा टूटि गेलै । अपनहिं लोक जखन, ओकरा नै चीन्हि पेलै ।। कियो नै रहस बूझय, गजबे अछि हमर दुनियाँ । अपने सँ हारय सब, जीतय भले सगर दुनियाँ ।। -------/---------------/------------

Wednesday, August 23, 2023

सत्यक साबुन

गन्दगी सँ जगतमे घिरना देखाबथि सकल जन, तेल साबुन लगा इत्रें सुवासित राखथि अपन तन । बाह्य यद्यपि स्वच्छ, पर- अन्तर हुनक कालिख भरल, किअए ने सत्येक साबुन लगा राखथि स्वच्छ मन ।। अध्यात्म के आधार जगमे स्वच्छ मोने टा रहथि । यएह तरणी होइछ जै सँ मनुज भवसागर तरथि। यएह बाहर जाय क' संसार के सर्जन करथि, स्रोत पर सुस्थिर भेने तँ स्वयं ई आत्मा बनथि ।। ******************************